एक कर बचत निवेश एक परियोजना की तरह होता है। आपको बहुत सी बातों को ध्यान में रखने की आवश्यकता होती है। और 31 मार्च से पहले पंजीकरण कराने की हड़बड़ी के बीच सही निर्णय लेना और वेतनभोगियों के लिए संतोषजनक कर योजना का आश्वासन देना शायद ही कभी संभव हो पाता है। हालांकि कुछ सटीक जानकारी के साथ आप सही निर्णय ले सकते हैं।
नीचे ऐसी 3 गलतियों के बारे में बताया गया है, जो लोग आमतौर पर करते हैं और जिनसे कर बचत निवेश करते समय बचना चाहिए। ये इस प्रकार हैं :
1. पीपीएफ (पब्लिक प्रोविडेंट फंड) और एफडी (फिक्स्ड डिपॉजिट) सुरक्षित हैं :
जब पीपीएफ की बात आती है, तो इसमें निवेश करना एक बुद्धिमानी भरा विकल्प है। यदि आपका पीपीएफ (पब्लिक प्रोविडेंट फंड) अकाउंट पहले से है, तो आपको धारा 80सी के तहत जो कुछ करना है, वह है शेष भाग को जोड़ना और फिर सब चीजों को अंतिम रूप मिल जाता है। अब यदि आपके निवेश का प्रमाण इस सप्ताह या एक दो दिनों में तैयार किया जाना है, तो अकाउंट बनाना असुविधाजनक होता है। यहां अंतर्निहित जोखिम यह होता है कि यदि आप इतने कम समय में अकाउंट बनाते हैं, तो आप इसे बहुत जल्दबाजी में और निर्धारित अंतिम तारीख के बेहद करीब ही पूरा कर पाएंगे। इसके कारण आप कटौती का लाभ लेने से वंचित रह जाएंगे। ध्यान रखें कि एक ऑफलाइन पीपीएफ (पब्लिक प्रोविडेंट फंड) अकाउंट बनाना एक ऑफलाइन विधि की तुलना में ज्यादा फायदेमंद होता है। ज्यादातर बैंकों के पास यह विकल्प उपलब्ध होता है। इसका अधिकतम लाभ उठाएं।
2. अब साक्ष्यों के न होने से कोई परेशानी नहीं है :
31 मार्च को वैध साक्ष्य प्रस्तुत करने में आपकी असमर्थता वाली परेशानी अब खत्म हो गई है। जब कोई व्यक्ति कर बचत विकल्पों का लाभ उठाने के लिए वैध प्रमाण देने में असमर्थ होता है, तो टीडीएस उनकी मार्च की आय में से काट लिया जाता है। जबकि दूसरी ओर जब आप निर्धारित तिथि तक उचित निवेश करने का प्रबंधन करते हैं, तो आप कर में से रिफंड की मांग कर सकते हैं। यह एक शर्त के तहत काम करता है। वह एक शर्त यह है कि आपको रिफंड तभी मिलेगा या आप रिफंड का दावा तभी कर पाएंगे, जब आपका टैक्स रिटर्न जुलाई महीने में फाइल किया जाएगा।

3. अपने जोखिमों का अध्ययन करें :
आपके द्वारा किए जाने वाले निवेश के लिए जोखिम लेने में आपकी अयोग्यता आपको असुरक्षित करने वाली है। ऐसे में आप अपने निवेश से बहुत कम प्रतिफल ही प्राप्त कर सकेंगे। निवेश करना आसान है। हालांकि आपको इससे जुड़े जोखिमों का भली-भांति अध्ययन करने की आवश्यकता होती है। यह केवल तब होता है जब आपके पास पूर्ण या यहां तक कि थोड़ी-बहुत भी उन जोखिमों से जुड़ी जानकारी हो, जो उससे जुड़े होते हैं और तभी आप अपने लिए सही निवेश करने में सक्षम होंगे। उदाहरण के लिए यदि आप ऐसे भविष्य की योजना बनाते हैं, जिससे आप अपने पैसे से थोड़ी दूरी बनाकर रखते हैं तो टैक्स सेविंग म्यूचुअल फंड काफी फायदेमंद होते हैं।
वर्ष का यह समय दो समूहों को बहुत व्यस्त रखता है, एक तो आयकर बचाने के लिए संघर्ष कर रहे लोगों को और दूसरा अकाउंटैंट्स को। अंतिम क्षणों में हड़बड़ी में प्रक्रिया को पूर्ण करना झंझट और परेशानी भरा होता है, जो जाहिर है कि कई तरह की गलतियों को आमंत्रित करता है। यहां आप सभी को एक उचित आयकर योजना बनाने और उन सामान्य गलतियों पर एक नोट तैयार करने की जरूरत होती है जो हम आमतौर पर कर बचत निवेश करते समय करते हैं। अब जब आप उनके बारे में जान गए हैं, तो आप त्वरित और बुद्धिमत्तापूर्ण निर्णय ले सकते हैं।